फिजिकल टेस्ट में बदलाव, पैरों में लगाई जाएगी चिप
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पुलिस आरक्षक भर्ती में दौड़ का सही वक्त बताएगी चिप
भोपाल। प्रदेश में होने वाली पुलिस आरक्षक भर्ती में फिजिकल टेस्ट में बदलाव किया गया है। परीक्षा में पारदर्शिता बरतने के लिए इस बार परीक्षा के दौरान तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए परीक्षार्थी के पैर में एक चिप लगाई जाएगी। यह चिप दौड़ पूरी करने में लगा सही वक्त बताएगी।
प्रदेश में 23 सितंबर से पुलिस आरक्षक भर्ती के लिए आवेदकों की दस जिलों में शारीरिक प्रवीणता परीक्षा आयोजित की जा रही है। भर्ती के लिए जारी किए नोटिफिकेशन में साझा की गई डिटेल के मुताबिक शारीरिक दक्षता परीक्षण का आयोजन प्रदेश के 10 शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर, रीवा, बालाघाट, मुरैना एवं रतलाम में किया जाएगा। फिजिकल टेस्ट 23 सितंबर से ष्शुरू होंगे जो 9 नवंबर तक संपन्न करवाए जाएंगे। इस बार शारीरिक प्रवीणता परीक्षा में कुछ बदलाव हुए हैं। अभ्यर्थियों के पैर में आरएफआइडी यानी रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप लगाई जाएगी, जो दौड़ पूरी करने में लगाया गया सटीक समय बताएगी। परीक्षा के तहत दौड़ के साथ ही गोला फेंक व लंबी कूद के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। शारीरिक परीक्षा के लिए 100 अंक निर्धारित किए गए हैं। 40 अंक 800 मीटर दौड़, 30-30 अंक गोला फेंक और लंबी कूद के लिए तय किए गए हैं। दौड़ के लिए एक अवसर मिलेगा, जबकि गोला फेंक और लंबी कूद के लिए तीन-तीन अवसर मिलेंगे।
बता दें कि मध्यप्रदेश पुलिस में आरक्षकों के 7 हजार 411 पदों पर भर्ती के लिए पिछले साल 12 अगस्त से 12 सितंबर के बीच कर्मचारी चयन मंडल ने ऑनलाइन लिखित परीक्षा आयोजित की थी। इस साल मार्च में परीक्षा परिणाम आया। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की शारीरिक प्रवीणता परीक्षा 23 सितंबर से की जा रही है।
पहली बार किया जा रहा तकनीक का उपयोग
पुलिस विभाग में ऐसा पहली बार हो रहा है कि आरक्षक भर्ती में फिजिकल टेस्ट के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा. इस बार पूरी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अभ्यर्थियों के पैर मेंआरएफआइडी (रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) चिप लगाई जाएगी। इसकी मदद से दौड़ संबंधी टेस्ट में एक सकेंड का भी हेरफेर नहीं हो सकेगा। इसके साथ ही लंबी कूद, ऊंची कूद और अन्य टेस्ट के लिए वैज्ञानिक तरीका अपनाया जाएगा।
भोपाल। प्रदेश में होने वाली पुलिस आरक्षक भर्ती में फिजिकल टेस्ट में बदलाव किया गया है। परीक्षा में पारदर्शिता बरतने के लिए इस बार परीक्षा के दौरान तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए परीक्षार्थी के पैर में एक चिप लगाई जाएगी। यह चिप दौड़ पूरी करने में लगा सही वक्त बताएगी।
प्रदेश में 23 सितंबर से पुलिस आरक्षक भर्ती के लिए आवेदकों की दस जिलों में शारीरिक प्रवीणता परीक्षा आयोजित की जा रही है। भर्ती के लिए जारी किए नोटिफिकेशन में साझा की गई डिटेल के मुताबिक शारीरिक दक्षता परीक्षण का आयोजन प्रदेश के 10 शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर, रीवा, बालाघाट, मुरैना एवं रतलाम में किया जाएगा। फिजिकल टेस्ट 23 सितंबर से ष्शुरू होंगे जो 9 नवंबर तक संपन्न करवाए जाएंगे। इस बार शारीरिक प्रवीणता परीक्षा में कुछ बदलाव हुए हैं। अभ्यर्थियों के पैर में आरएफआइडी यानी रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप लगाई जाएगी, जो दौड़ पूरी करने में लगाया गया सटीक समय बताएगी। परीक्षा के तहत दौड़ के साथ ही गोला फेंक व लंबी कूद के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। शारीरिक परीक्षा के लिए 100 अंक निर्धारित किए गए हैं। 40 अंक 800 मीटर दौड़, 30-30 अंक गोला फेंक और लंबी कूद के लिए तय किए गए हैं। दौड़ के लिए एक अवसर मिलेगा, जबकि गोला फेंक और लंबी कूद के लिए तीन-तीन अवसर मिलेंगे।
बता दें कि मध्यप्रदेश पुलिस में आरक्षकों के 7 हजार 411 पदों पर भर्ती के लिए पिछले साल 12 अगस्त से 12 सितंबर के बीच कर्मचारी चयन मंडल ने ऑनलाइन लिखित परीक्षा आयोजित की थी। इस साल मार्च में परीक्षा परिणाम आया। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की शारीरिक प्रवीणता परीक्षा 23 सितंबर से की जा रही है।
पहली बार किया जा रहा तकनीक का उपयोग
पुलिस विभाग में ऐसा पहली बार हो रहा है कि आरक्षक भर्ती में फिजिकल टेस्ट के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा. इस बार पूरी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अभ्यर्थियों के पैर मेंआरएफआइडी (रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) चिप लगाई जाएगी। इसकी मदद से दौड़ संबंधी टेस्ट में एक सकेंड का भी हेरफेर नहीं हो सकेगा। इसके साथ ही लंबी कूद, ऊंची कूद और अन्य टेस्ट के लिए वैज्ञानिक तरीका अपनाया जाएगा।