तीस फीसदी से कम रिजल्ट देने वाले अतिथि शिक्षकों को राहत
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कर सकेंगे आवेदन, खोल दिया पोर्टल
भोपाल। अतिथि शिक्षकां के लिए सरकार ने एक और राहत दी है। पिछले सत्र में परीक्षा परिणाम बिगड़ने के बाद तीस फीसदी परिणाम देने वाले अतिथि शिक्षकों के बंद किए पोर्टल को खोल दिया है। अब ये अतिथि शिक्षक भी आवेदन कर सकेंगे।
दरअसल, 30 फीसदी से कम रिजल्ट होने से अतिथि शिक्षक पोर्टल पर ज्वाइन नहीं कर पा रहे थे। जिसके बाद उनकी आईडी ब्लॉक कर दी गई थी। आज पोर्टल में उनकी आईडी अनलॉक कर दी गई है। बता दें कि बीते मंगलवार को प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर भोपाल पहुंचे थे। बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक नियमित करने की मांग करते हुए भोपाल के अंबेडकर पार्क में जुटे। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला अतिथि शिक्षक भी पहुंची। इसके बाद दूसरे दिन सरकार के साथ हुई बातचीत में अतिथि शिक्षकों की कुछ मांगों को मान लिया गया था, बाकि मांग को भी जल्द पूरा करने का आश्वासन सरकार की ओर से दिया गया था। इन्हीं मांगों में एक मांग अतिथि शिक्षकों की यह भी थी कि तीस फीसदी से कम परीक्षा परिणाम वाले अतिथि शिक्षकों को भी सेवा का अवसर दिया जाए। इस मांग को भी सरकार ने आज पूरा कर दिया है। सरकार के इस फैसले से तेरह हजार अतिथि शिक्षकों को फायदा मिलेगा।
भोपाल। अतिथि शिक्षकां के लिए सरकार ने एक और राहत दी है। पिछले सत्र में परीक्षा परिणाम बिगड़ने के बाद तीस फीसदी परिणाम देने वाले अतिथि शिक्षकों के बंद किए पोर्टल को खोल दिया है। अब ये अतिथि शिक्षक भी आवेदन कर सकेंगे।
दरअसल, 30 फीसदी से कम रिजल्ट होने से अतिथि शिक्षक पोर्टल पर ज्वाइन नहीं कर पा रहे थे। जिसके बाद उनकी आईडी ब्लॉक कर दी गई थी। आज पोर्टल में उनकी आईडी अनलॉक कर दी गई है। बता दें कि बीते मंगलवार को प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर भोपाल पहुंचे थे। बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक नियमित करने की मांग करते हुए भोपाल के अंबेडकर पार्क में जुटे। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला अतिथि शिक्षक भी पहुंची। इसके बाद दूसरे दिन सरकार के साथ हुई बातचीत में अतिथि शिक्षकों की कुछ मांगों को मान लिया गया था, बाकि मांग को भी जल्द पूरा करने का आश्वासन सरकार की ओर से दिया गया था। इन्हीं मांगों में एक मांग अतिथि शिक्षकों की यह भी थी कि तीस फीसदी से कम परीक्षा परिणाम वाले अतिथि शिक्षकों को भी सेवा का अवसर दिया जाए। इस मांग को भी सरकार ने आज पूरा कर दिया है। सरकार के इस फैसले से तेरह हजार अतिथि शिक्षकों को फायदा मिलेगा।