अनुराग जैन, राजेश राजौरा का नाम दौड़ में आगे
वीरा राणा को नहीं मिलेगी सेवावृद्धि
भोपाल। प्रदेश के अगले मुख्य सचिव के लिए अब यह तय माना जा रहा है कि वर्तमान मुख्य सचिव वीरा राणा को सरकार सेवावृद्धि नहीं देना चाहती है। सरकार की और से आईएएस अधिकारियों के चल रहे नामों में से मुख्यमंत्री की पसंद दो अफसर है, इसमें केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर चल रहे अनुराग जैन और वरिष्ठ आईएएस डा राजेश राजौरा।
प्रदेश की वर्तमान मुख्य सचिव वीरा राणा की इस माह सेवानिवृत्ति होनी है। उनके स्थान पर अगले मुख्य सचिव के लिए आधा दर्जन वरिष्ठ आईएएस दावेदारी कर रहे हैं। इस बीच खबर यह भी चली कि सरकार एक बार फिर वर्तमान मुख्य सचिव को सेवावृद्धि दे सकती है, मगर अब खबर यह आ रही है कि मुख्यमंत्री डा मोहन यादव सेवावृद्धि देने के बजाय नया मुख्य सचिव पदस्थ करना चाहते हैं। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री ने दिल्ली में अपनी पसंद के दो अधिकारियों केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ अनुराग जैन और मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ डा राजेश राजौरा का नाम भी बताया है। इसके चलते अब माना जा रहा है कि इन दो नामों में से किसी एक नाम को केन्द्र की ओर से हरी झंडी मिल सकती है।
वैसे इस पद के लिए इन दो नामों के अलावा 1990 बैच के आईएएस और अपर मुख्य सचिव गृह एसएन मिश्रा पर भी प्रयास कर रहे हैं। अगर मिश्रा का नाम आगे आता है, तो प्रदेश के 4 अधिकारी मो, सुलेमान, जेएन कंसोटिया, विनोद कुमार भी सक्रिय हैं। सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री की अनुराग जैन और राजेश राजौरा दोनों ही अधिकारियों से अलग-अलग चर्चा हुई है। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं को अपनी पसंद के रूप में इन दो अधिकारियों के नाम बताए हैं।
तो बदलेगा मुख्यमंत्री कार्यालय का कामकाज
अगर डा राजेश राजौरा अगले मुख्य सचिव होते हैं तो इसका सीधा असर मुख्यमंत्री कार्यालय पर पड़ेगा। अपर मुख्य सचिव डा राजेश राजौरा वर्तमान में मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ है। ऐसे में यह पद रिक्त होगा। इस स्थिति में काम की व्यवस्था बदलेगी। संभावना यह भी है कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला और राघवेन्द्र सिंह की भूमिका भी बदल जाए। वहीं अनुराग जैन के मुख्य सचिव बनने पर मुख्यमंत्री कार्यालय पर बदलाव नजर नहीं आएगा।