पेपरलेस मतदान कराने वाला पहले राज्य बना मध्यप्रदेश
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भोपाल। देश में पहली बार पेपरलेस मतदान की शुरुआत आज बुधवार को राजधानी के निकट बैरसिया तहसील में ग्राम पंचायत चुनाव में हुई। इसके साथ ही मध्य प्रदेश पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां पहली बार पेपरलेस मतदान की शुरुआत हुई है।
गौरतलब है राज्य निर्वाचन आयोग ने पेपरलेस मतदान के लिए रतनपुर पंचायत के एक बूथ को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना और बूथ एजेंट्स को दिए जाने वाले मतपत्र लेखा को अब ऑनलाइन कर दिया गया। पेपरलेस मतदान के लिए कुल 26 फॉर्मेट में से 2 फॉर्मेट को ऑनलाइन कर प्रोसेस किया गया था। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किए गए पेपरलेस मतदान की मदद से अब मतदाता की पहचान और कितने लोगों ने वोट डाला, इसकी जानकारी तकनीक से एक क्लिक पर मिल जाएगी, जबकि पहले पोलिंग पार्टियों को अपनी रिपोर्ट मैनुअली देनी होती थी। अब ये प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, आगे केवल एक टैबलेट और पेन ड्राइव या हार्ड डिस्क दी जाएगी।
दरअसल भोपाल की ग्राम पंचायत रतुआ रतनपुर में पूर्व सरपंच जय सिंह जाट की मौत हो गई थी, इसके चलते यह सीट खाली हुई थी। बुधवार सुबह 7 बजे से आज यहां मतदान हुआ। इस ग्राम पंचायत में कुल 2056 मतदाता थे और दो उम्मीदवार सविता जाट और उधम सिंह मैदान में हैं। सविता जाट पूर्व सरपंच की पत्नी हैं।
गौरतलब है राज्य निर्वाचन आयोग ने पेपरलेस मतदान के लिए रतनपुर पंचायत के एक बूथ को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना और बूथ एजेंट्स को दिए जाने वाले मतपत्र लेखा को अब ऑनलाइन कर दिया गया। पेपरलेस मतदान के लिए कुल 26 फॉर्मेट में से 2 फॉर्मेट को ऑनलाइन कर प्रोसेस किया गया था। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किए गए पेपरलेस मतदान की मदद से अब मतदाता की पहचान और कितने लोगों ने वोट डाला, इसकी जानकारी तकनीक से एक क्लिक पर मिल जाएगी, जबकि पहले पोलिंग पार्टियों को अपनी रिपोर्ट मैनुअली देनी होती थी। अब ये प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, आगे केवल एक टैबलेट और पेन ड्राइव या हार्ड डिस्क दी जाएगी।
दरअसल भोपाल की ग्राम पंचायत रतुआ रतनपुर में पूर्व सरपंच जय सिंह जाट की मौत हो गई थी, इसके चलते यह सीट खाली हुई थी। बुधवार सुबह 7 बजे से आज यहां मतदान हुआ। इस ग्राम पंचायत में कुल 2056 मतदाता थे और दो उम्मीदवार सविता जाट और उधम सिंह मैदान में हैं। सविता जाट पूर्व सरपंच की पत्नी हैं।