बीच सत्र में बाहर नहीं किए जाएंगे अतिथि शिक्षक
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प्रदर्शन के बाद सरकार और अतिथि शिक्षकों की आठ मुद्दों पर बनी सहमति
भोपाल। राजधानी में मंगलवार को किए गए प्रदर्शन के बाद अतिथि शिक्षकों की सरकार के साथ बैठक हुई। इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई, मगर आठ मुद्दों पर सहमति बनने के बाद अतिथि शिक्षकों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया। अतिथि शिक्षकां को अब बीच सत्र में हटाया नहीं जाएगा, इस पर भी सहमति बनी है।
प्रदर्शन के बाद मंत्रालय में अतिथि शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने चर्चा की। इस दौरान विभाग के प्रमुख सचिव और आयुक्त डीपीआई मौजूद थे। बैठक ें सरकार ने अतिथि शिक्षकों की आठ मांगों में से कुछ मान लिया है। बाकी पर विचार कर अतिथियों के लिए बेहतर से बेहतर करने का आश्वासन दिया है। अतिथि शिक्षकों ने सरकार को 30 सितंबर तक का समय दिया है। यदि 30 सितंबर तक सभी आठ मांगे नहीं मानी गई तो अतिथि शिक्षक फिर आंदोलन करेगा। तब तक के लिए आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है।
इन मुद्दों पर बनी सहमति
अतिथि शिक्षकों का 10 माह का सेवाकाल, अनुबंध होगा। बीच सत्र में अतिथि शिक्षक बाहर नहीं होंगे। रिक्त पद नहीं माना जाएगा। स्कोर कार्ड में अनुभव के प्रति वर्ष 10 अंक और अधिकतम 15 वर्षा के 150 अंक जोड़े जाएंगे, भले ही शिक्षक ने किसी भी वर्ग में क्यों न पढ़ाया हो। रिटायर्ड शिक्षकों की भांति स्कोर कार्ड में अनुभव अंक जोड़ा जाएगा। उच्चपद प्रभार, स्थानांतरण, सीधी भर्ती हेतु, अतिशेष शिक्षको के कारण बाहर हुए अतिथि शिक्षकों को चॉइस फीलिंग में प्राथमिकता दी जाएगी। संस्कृत वर्ग-1 स्कोर कार्ड वाले अतिथि शिक्षकों को संस्कृत वर्ग-2 में नियुक्ति का ऑप्शन स्कोर कार्ड में अंकित होगा। सत्र 2023-24 में 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम देने वाले अतिथि शिक्षकों को सत्र 2024-25 में नियुक्ति हेतु एक मौका दिया जाएगा। जनजातीय का भी ऑनलाइन पोर्टल बनाया जायेगा।
भोपाल। राजधानी में मंगलवार को किए गए प्रदर्शन के बाद अतिथि शिक्षकों की सरकार के साथ बैठक हुई। इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई, मगर आठ मुद्दों पर सहमति बनने के बाद अतिथि शिक्षकों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया। अतिथि शिक्षकां को अब बीच सत्र में हटाया नहीं जाएगा, इस पर भी सहमति बनी है।
प्रदर्शन के बाद मंत्रालय में अतिथि शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने चर्चा की। इस दौरान विभाग के प्रमुख सचिव और आयुक्त डीपीआई मौजूद थे। बैठक ें सरकार ने अतिथि शिक्षकों की आठ मांगों में से कुछ मान लिया है। बाकी पर विचार कर अतिथियों के लिए बेहतर से बेहतर करने का आश्वासन दिया है। अतिथि शिक्षकों ने सरकार को 30 सितंबर तक का समय दिया है। यदि 30 सितंबर तक सभी आठ मांगे नहीं मानी गई तो अतिथि शिक्षक फिर आंदोलन करेगा। तब तक के लिए आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है।
इन मुद्दों पर बनी सहमति
अतिथि शिक्षकों का 10 माह का सेवाकाल, अनुबंध होगा। बीच सत्र में अतिथि शिक्षक बाहर नहीं होंगे। रिक्त पद नहीं माना जाएगा। स्कोर कार्ड में अनुभव के प्रति वर्ष 10 अंक और अधिकतम 15 वर्षा के 150 अंक जोड़े जाएंगे, भले ही शिक्षक ने किसी भी वर्ग में क्यों न पढ़ाया हो। रिटायर्ड शिक्षकों की भांति स्कोर कार्ड में अनुभव अंक जोड़ा जाएगा। उच्चपद प्रभार, स्थानांतरण, सीधी भर्ती हेतु, अतिशेष शिक्षको के कारण बाहर हुए अतिथि शिक्षकों को चॉइस फीलिंग में प्राथमिकता दी जाएगी। संस्कृत वर्ग-1 स्कोर कार्ड वाले अतिथि शिक्षकों को संस्कृत वर्ग-2 में नियुक्ति का ऑप्शन स्कोर कार्ड में अंकित होगा। सत्र 2023-24 में 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम देने वाले अतिथि शिक्षकों को सत्र 2024-25 में नियुक्ति हेतु एक मौका दिया जाएगा। जनजातीय का भी ऑनलाइन पोर्टल बनाया जायेगा।