मध्यप्रदेश में मिली जीत के फार्मूले पर विदर्भ में जीत की रणनीति
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विदर्भ की चालीस विधानसभा सीटों पर सक्रिय हुए प्रदेश के तीन मंत्री
भोपाल। मध्यप्रदेश के मंत्रियों को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व में महाराष्ट्र के विदर्भ की चालीस सीटों की जिम्मेदारी देकर सक्रिय किया है। इन मंत्रियों ने 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश में मिली जीत के फॉर्मूले पर काम करना शुरू किया है। बूथ को फोकस कर ये मंत्री विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय हुए हैं।
प्रदेश के चार मंत्रियों कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, विश्वास सारंग और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व में महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए विदर्भ अंचल की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को नागपुर शहर और ग्रामीण जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। इन दोनों ही जिलों के अंतर्गत 12 विधानसभा सीटें आती है। इसी तरह मंत्री प्रहलाद पटेल को वर्धा और अमरावती जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय किया गया है। वर्धा में पांच और अमरावती जिले में सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। वहीं मंत्री विश्वास सारंग को अकोला और बुलढाणा जिले की जिम्मेदारी दी है। अकोला में पांच और बुलढ़ाणा जिले में सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं। वहीं पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भंडारा और गोंदिया जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय किया गया है। इन दोनों जिलों में छह विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
डा निशांत को सौंपी आदिवासी वर्ग की आरक्षित सीटें
मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों के अलावा राज्य युवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डा निशांत खरे को भी महाराष्ट्र चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी गई है। डा निशांत को महाराष्ट्र के 25 आदिवासी वर्ग की आरक्षित सीटों पर सक्रिय किया गया है।
बूथ मैनेजमेंट पर किया फोकस
मध्यप्रदेश के तीनों मंत्रियों और एक पूर्व मंत्रियों ने अपने-अपने प्रभार वाले विधानसभा क्षेत्रों में मध्यप्रदेश में मिली जीत की रणनीति पर काम करना शुरू किया है। इन मंत्रियों ने बूथ मैनेजमेंट पर फोकस किया है। विधानसभा क्षेत्रों में कोर कमेटियों को सक्रिय करना, पन्ना प्रभारी, बूथ कमेटी और शक्ति केन्द्रों को फोकस कर ये नेता विदर्भ में जीत की रणनीति बना रहे हैं।
भोपाल। मध्यप्रदेश के मंत्रियों को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व में महाराष्ट्र के विदर्भ की चालीस सीटों की जिम्मेदारी देकर सक्रिय किया है। इन मंत्रियों ने 2023 के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश में मिली जीत के फॉर्मूले पर काम करना शुरू किया है। बूथ को फोकस कर ये मंत्री विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय हुए हैं।
प्रदेश के चार मंत्रियों कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, विश्वास सारंग और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व में महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए विदर्भ अंचल की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को नागपुर शहर और ग्रामीण जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। इन दोनों ही जिलों के अंतर्गत 12 विधानसभा सीटें आती है। इसी तरह मंत्री प्रहलाद पटेल को वर्धा और अमरावती जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय किया गया है। वर्धा में पांच और अमरावती जिले में सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। वहीं मंत्री विश्वास सारंग को अकोला और बुलढाणा जिले की जिम्मेदारी दी है। अकोला में पांच और बुलढ़ाणा जिले में सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं। वहीं पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भंडारा और गोंदिया जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय किया गया है। इन दोनों जिलों में छह विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
डा निशांत को सौंपी आदिवासी वर्ग की आरक्षित सीटें
मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों के अलावा राज्य युवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डा निशांत खरे को भी महाराष्ट्र चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी गई है। डा निशांत को महाराष्ट्र के 25 आदिवासी वर्ग की आरक्षित सीटों पर सक्रिय किया गया है।
बूथ मैनेजमेंट पर किया फोकस
मध्यप्रदेश के तीनों मंत्रियों और एक पूर्व मंत्रियों ने अपने-अपने प्रभार वाले विधानसभा क्षेत्रों में मध्यप्रदेश में मिली जीत की रणनीति पर काम करना शुरू किया है। इन मंत्रियों ने बूथ मैनेजमेंट पर फोकस किया है। विधानसभा क्षेत्रों में कोर कमेटियों को सक्रिय करना, पन्ना प्रभारी, बूथ कमेटी और शक्ति केन्द्रों को फोकस कर ये नेता विदर्भ में जीत की रणनीति बना रहे हैं।