विधायक रहते हुए जिस मांग को उठा रहे थे उसे पूरा करें
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दिग्विजय सिंह ने छह साल पुराने पत्र का हवाला देकर मुख्यमंत्री से की मांग
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पुराना पत्र याद दिलाया। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा विधायक रहते हुए साल 2018 का एक पत्र सोशल मीडिया पर शेयर किया और अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की मांग उठाई। सिंह ने कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री आप विधायक रहते हुए खुद जिस मांग को उठा रहे थे, आज उसे पूरा करने के लिए वह खुद सक्षम हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 15 मार्च 2018 का एक पत्र वायरल किया है, जो अतिथि शिक्षकों द्वारा तत्कालीन उज्जैन दक्षिण विधायक डॉ. मोहन यादव को ज्ञापन देने के संबंध में था. यह पत्र उस समय उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए डा मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा था। पत्र में उल्लेख किया गया था कि अतिथि शिक्षकों को नियमित या संविदा नियुक्ति दी जाना चाहिए। सिंह ने अब यही मांग वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने रख दी है। उन्होंने कहा है कि जब आप विधायक थे, तब आप अतिथि शिक्षकों के पक्ष में मुख्यमंत्री को पत्र लिखते थे। अब प्रभु की कृपा से आप खुद मुख्यमंत्री हैं तो अतिथि शिक्षकों को उनके अनुभव और योग्यता के अनुसार नियमित करने की कृपा करें।
क्या था साल 2018 में लिखे गए पत्र में?
दरअसल, साल 2018 में उज्जैन दक्षिण विधायक के रूप में डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया था कि अतिथि शिक्षक संगठन समिति जिला उज्जैन द्वारा उन्हें ज्ञापन प्रस्तुत कर यह निवेदन किया गया है कि प्रदेश में कार्यरत अतिथि शिक्षक 8 से 10 वर्षों से पूर्ण निष्ठा से अध्यापन कर रहे हैं। वर्ग एक के अतिथि शिक्षकों को 4500, वर्ग 2 के अतिथि शिक्षकों को 3500 और वर्ग 3 के अतिथि शिक्षकों को 2200 प्रतिमाह मानदेय दिया जा रहा है जो कि दैनिक मजदूरी की तुलना में भी अति अल्प है। इनकी लंबी सेवा अवधि को देखते हुए इन्हें संविदा शिक्षक बनाए जाने की कार्रवाई अत्यंत अपेक्षित है। इसी के साथ पत्र में ज्ञापन भी मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया था।
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पुराना पत्र याद दिलाया। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा विधायक रहते हुए साल 2018 का एक पत्र सोशल मीडिया पर शेयर किया और अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की मांग उठाई। सिंह ने कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री आप विधायक रहते हुए खुद जिस मांग को उठा रहे थे, आज उसे पूरा करने के लिए वह खुद सक्षम हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 15 मार्च 2018 का एक पत्र वायरल किया है, जो अतिथि शिक्षकों द्वारा तत्कालीन उज्जैन दक्षिण विधायक डॉ. मोहन यादव को ज्ञापन देने के संबंध में था. यह पत्र उस समय उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए डा मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखा था। पत्र में उल्लेख किया गया था कि अतिथि शिक्षकों को नियमित या संविदा नियुक्ति दी जाना चाहिए। सिंह ने अब यही मांग वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने रख दी है। उन्होंने कहा है कि जब आप विधायक थे, तब आप अतिथि शिक्षकों के पक्ष में मुख्यमंत्री को पत्र लिखते थे। अब प्रभु की कृपा से आप खुद मुख्यमंत्री हैं तो अतिथि शिक्षकों को उनके अनुभव और योग्यता के अनुसार नियमित करने की कृपा करें।
क्या था साल 2018 में लिखे गए पत्र में?
दरअसल, साल 2018 में उज्जैन दक्षिण विधायक के रूप में डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया था कि अतिथि शिक्षक संगठन समिति जिला उज्जैन द्वारा उन्हें ज्ञापन प्रस्तुत कर यह निवेदन किया गया है कि प्रदेश में कार्यरत अतिथि शिक्षक 8 से 10 वर्षों से पूर्ण निष्ठा से अध्यापन कर रहे हैं। वर्ग एक के अतिथि शिक्षकों को 4500, वर्ग 2 के अतिथि शिक्षकों को 3500 और वर्ग 3 के अतिथि शिक्षकों को 2200 प्रतिमाह मानदेय दिया जा रहा है जो कि दैनिक मजदूरी की तुलना में भी अति अल्प है। इनकी लंबी सेवा अवधि को देखते हुए इन्हें संविदा शिक्षक बनाए जाने की कार्रवाई अत्यंत अपेक्षित है। इसी के साथ पत्र में ज्ञापन भी मुख्यमंत्री को प्रेषित किया गया था।