अपने नेताओं के मौन पर सवाल उठाए कांग्रेस विधायक ने
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पहले कांग्रेस नेता पर हुई कार्रवाई तो सब एक थे, अब मौन क्यों ?
भोपाल। प्रदेश के छतरपुर में कांग्रेस नेता के घर पर चलाए गए बुल्डोजर को लेकर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने अपनी ही पार्टी के नेताओं के मौन पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर जीतू पटवारी और उमंग सिंघर को सामने आना चाहिए।
छतरपुर में पिछले दिनों कोतवाली थाने में पुलिस पर हुए पथराव के बाद स्थानीय पुलिस-प्रशासन कड़ी कार्रवाई कर रहा है। ऐसे में भीड़ लेकर कोतवाली पहुंचने वाले शख्स के मकान को बुलडोजर से तोड़े जाने पर कांग्रेस के बड़े नेताओं ने चुप्पी साध ली है। इसे लेकर अब राजधानी भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने अपनी ही पार्टी के बड़े नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाने शुरु कर दिए हैं। विधायक मसूद ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को मामले में सामने आकर अपना पक्ष तो रखना चाहिए। मसूद ने कहा कि पहले जब कांग्रेस नेता पर कार्रवाई हुई थी तब साथ थे’, ‘समाज के किसी व्यक्ति पर मनमानी कार्रवाई हो रही, अब कांग्रेस चुप क्यों है? आरिफ मसूद कहा कि ‘ऐसी नीति के कारण कांग्रेस की ये हालत है’, ‘घटना को लेकर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
विधायक मसूद ने मुख्यमंत्री को घटना को लेकर पत्र भी लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा कि निवेदन है कि दिनांक 21 अगस्त 2024 को छतरपुर सिटी कोतवाली में घटी घटना के बाद नाराज छतरपुर पुलिस ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर 22 अगस्त 2024 को बिना नोटिस दिए लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिए, जो कि सीधे-सीधे न्याय व्यवस्था के विपरीत है। उन्होंने लिखा कि जिस तरह पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई के दौरान घरों एवं वाहनों को जेसीबी और पोखलेन मशीनों से तोड़ा है, इसको देखकर साफ प्रतीत होता है कि मध्य प्रदेश में संविधान लगभग समाप्ति की ओर है। यदि कोई अपराधी अपराध करता है तो उसके लिए न्याय व्यवस्था में कार्रवाई करने के लिए प्रावधान है।
छतरपुर में पिछले दिनों कोतवाली थाने में पुलिस पर हुए पथराव के बाद स्थानीय पुलिस-प्रशासन कड़ी कार्रवाई कर रहा है। ऐसे में भीड़ लेकर कोतवाली पहुंचने वाले शख्स के मकान को बुलडोजर से तोड़े जाने पर कांग्रेस के बड़े नेताओं ने चुप्पी साध ली है। इसे लेकर अब राजधानी भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने अपनी ही पार्टी के बड़े नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाने शुरु कर दिए हैं। विधायक मसूद ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को मामले में सामने आकर अपना पक्ष तो रखना चाहिए। मसूद ने कहा कि पहले जब कांग्रेस नेता पर कार्रवाई हुई थी तब साथ थे’, ‘समाज के किसी व्यक्ति पर मनमानी कार्रवाई हो रही, अब कांग्रेस चुप क्यों है? आरिफ मसूद कहा कि ‘ऐसी नीति के कारण कांग्रेस की ये हालत है’, ‘घटना को लेकर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
विधायक मसूद ने मुख्यमंत्री को घटना को लेकर पत्र भी लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा कि निवेदन है कि दिनांक 21 अगस्त 2024 को छतरपुर सिटी कोतवाली में घटी घटना के बाद नाराज छतरपुर पुलिस ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर 22 अगस्त 2024 को बिना नोटिस दिए लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिए, जो कि सीधे-सीधे न्याय व्यवस्था के विपरीत है। उन्होंने लिखा कि जिस तरह पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई के दौरान घरों एवं वाहनों को जेसीबी और पोखलेन मशीनों से तोड़ा है, इसको देखकर साफ प्रतीत होता है कि मध्य प्रदेश में संविधान लगभग समाप्ति की ओर है। यदि कोई अपराधी अपराध करता है तो उसके लिए न्याय व्यवस्था में कार्रवाई करने के लिए प्रावधान है।