सदस्यता अभियान के दौरान हारे बूथों को मजबूत करेगी भाजपा
0
लगातार हारने वाली विधानसभा सीटों पर भी ज्यादा रहेगा फोकस
भोपाल। भाजपा का सदस्यता अभियान एक सितंबर से ष्शुरू होगा। इस अभियान के लिए भाजपा ने राजधानी में आयोजित कार्यशाला में रणनीति भी तय कर ली। पार्टी द्वारा बनाई रणनीति के तहत अब भाजपा कार्यकर्ता तय लक्ष्य डेढ़ करोड़ को पाने के लिए घर-घर और गली-गली पहुंचेंगे। कार्यकर्ताओं को लगातार हारने वाले बूथों और विधानसभा क्षेत्रों पर ज्यादा फोकस करने को कहा जाएगा।
भाजपा ने इस बार पिछले बार से ज्यादा सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पाने के लिए भाजपा एक सितंबर से मैदान में उतरेगी। लक्ष्य की पूर्ति के लिए भाजपा ने बुधवार को राजधानी में कार्यशाला आयोजित कर रणनीति तय कर ली है। इस रणनीति में प्रदेश के सभी बूथों और विधानसभा क्षेत्रों में सदस्यता अभियान तेजी से चलाने का फैसला पार्टी ने किया है। इसके अलावा पार्टी ने यह भी तय किया है कि लगातार हारने वाले बूथों पर ज्यादा से ज्यादा फोकस किया जाए। इन बूथों पर अभी से अगले चुनाव में जीत की रणनीति के तहत सदस्यता अभियान चलाया जाए ताकि कार्यकर्ता को अपने बूथ को मजबूत रखने में दिक्कत ना हो। संगठन पदाधिकारियों ने लगातार हारने वाले बूथों पर सदस्यता अभियान के दौरान ज्यादा मेहनत करने की बात कही है। संगठन ने प्रदेश में करीब सात हजार ऐसे बूथ चिन्हिंत किए हैं, जो पार्टी के लिए कमजोर साबित हुए हैं। वैसे तो विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम के बाद पार्टी के आकलन के मुताबिक यह संख्या दस हजार से ज्यादा थी। मगर लोकसभा चुनाव के दौरान इनकी संख्या घटकर अब सात हजार ही रह गई है। संगठन पदाधिकारियों ने तय किया है इन कमजोर बूथों पर कर्मठ कार्यकर्ता को सक्रिय किया जाएगा। जो एक-एक घर पहुंचकर सदस्यता अभियान के दौरान सदस्य बनाएंगे। साथ ही पार्टी की रीति-नीति की जानकारी भी देंगें।
ग्यारह विधानसभा सीटों को करेंगे मजबूत
भाजपा ने सदस्यता अभियान के तहत प्रदेश की ग्यारह विधानसभा सीटों को मजबूत करने का निर्णय लिया है। ये वे सीटें हैं, जहां पर भाजपा को लंबे समय से हार का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार इनमें राघोगढ़, भोपाल उत्तर और गंधवानी जैसी सीटें भी ष्शामिल है। इन सीटों पर पूरी ताकत के साथ सदस्यता अभियान चलाया जाएगा, ताकि आगामी चुनाव में परिणाम को बदला जा सके।
भोपाल। भाजपा का सदस्यता अभियान एक सितंबर से ष्शुरू होगा। इस अभियान के लिए भाजपा ने राजधानी में आयोजित कार्यशाला में रणनीति भी तय कर ली। पार्टी द्वारा बनाई रणनीति के तहत अब भाजपा कार्यकर्ता तय लक्ष्य डेढ़ करोड़ को पाने के लिए घर-घर और गली-गली पहुंचेंगे। कार्यकर्ताओं को लगातार हारने वाले बूथों और विधानसभा क्षेत्रों पर ज्यादा फोकस करने को कहा जाएगा।
भाजपा ने इस बार पिछले बार से ज्यादा सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पाने के लिए भाजपा एक सितंबर से मैदान में उतरेगी। लक्ष्य की पूर्ति के लिए भाजपा ने बुधवार को राजधानी में कार्यशाला आयोजित कर रणनीति तय कर ली है। इस रणनीति में प्रदेश के सभी बूथों और विधानसभा क्षेत्रों में सदस्यता अभियान तेजी से चलाने का फैसला पार्टी ने किया है। इसके अलावा पार्टी ने यह भी तय किया है कि लगातार हारने वाले बूथों पर ज्यादा से ज्यादा फोकस किया जाए। इन बूथों पर अभी से अगले चुनाव में जीत की रणनीति के तहत सदस्यता अभियान चलाया जाए ताकि कार्यकर्ता को अपने बूथ को मजबूत रखने में दिक्कत ना हो। संगठन पदाधिकारियों ने लगातार हारने वाले बूथों पर सदस्यता अभियान के दौरान ज्यादा मेहनत करने की बात कही है। संगठन ने प्रदेश में करीब सात हजार ऐसे बूथ चिन्हिंत किए हैं, जो पार्टी के लिए कमजोर साबित हुए हैं। वैसे तो विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम के बाद पार्टी के आकलन के मुताबिक यह संख्या दस हजार से ज्यादा थी। मगर लोकसभा चुनाव के दौरान इनकी संख्या घटकर अब सात हजार ही रह गई है। संगठन पदाधिकारियों ने तय किया है इन कमजोर बूथों पर कर्मठ कार्यकर्ता को सक्रिय किया जाएगा। जो एक-एक घर पहुंचकर सदस्यता अभियान के दौरान सदस्य बनाएंगे। साथ ही पार्टी की रीति-नीति की जानकारी भी देंगें।
ग्यारह विधानसभा सीटों को करेंगे मजबूत
भाजपा ने सदस्यता अभियान के तहत प्रदेश की ग्यारह विधानसभा सीटों को मजबूत करने का निर्णय लिया है। ये वे सीटें हैं, जहां पर भाजपा को लंबे समय से हार का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार इनमें राघोगढ़, भोपाल उत्तर और गंधवानी जैसी सीटें भी ष्शामिल है। इन सीटों पर पूरी ताकत के साथ सदस्यता अभियान चलाया जाएगा, ताकि आगामी चुनाव में परिणाम को बदला जा सके।