ED अधिकारी आलोक रंजन का शव रल लाइन पर मिला, CBI ने कुछ दिनों पहले रिश्वत लेते पकड़ा था
नई दिल्ली. दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी आलोक रंजन ने ट्रेन के नीचे आकर खुदकुशी कर ली. साहिबाबाद रेलवे स्टेशन के पास आलोक रंजन का शव बरामद हुआ. इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. आलोक रंजन के पास सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे उनके आत्महत्या करने की वजह का पता लगाया जा सके. हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने सीबीआई से बचने के लिए मौत को गले लगाना बेहतर समझा और रेलवे ट्रैक पर अपनी जान दे दी.
दरअसल 7 अगस्त 2024 को सीबीआई ने ईडी अधिकारी आलोक रंजन को कथित रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार में किया था. आलोक पर आरोप थे कि उन्होंने एक ज्वैलर से 50 लाख रुपये तक की रिश्वत मांगी है. इस बात की भनक सीबीआई को लगी और सीबीआई एक्शन मोड में आ गई. आलोक रंजन पर मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया गया. इसी कार्रवाई के डर से आलोक रंजन ने सुसाइड कर लिया.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि आलोक रंजन के सुसाइड के तार मुंबई से जुड़े हैं. जी हां, कुछ महीने पहले मुंबई के एक ज्वैलर के घर पर ईडी ने छापा मारा था. सहायक निदेशक संदीप सिंह के नेतृत्व में ईडी ने ज्वैलर के यहां रेड मारी और उसके बेटे को गिरफ्तार करने की धमकी दे डाली. बेटे को छोडऩे के लिए संदीप सिंह ने ज्वैलर से 20 लाख रुपये की मांग की. ज्वैलर ने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी. सीबीआई ने दिल्ली के लाजपत नगर से संदीप सिंह को पैसे लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था. सीबीआई ने संदीप पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया और उन्हें सस्पेंड कर दिया गया.
आलोक रंजन पर लगे आरोप
ष्टक्चढ्ढ ने जब संदीप सिंह से पूछताछ शुरू की तो उन्होंने ईडी अधिकारी आलोक रंजन का नाम लिया. संदीप के बयान के आधार पर ष्टक्चढ्ढ ने आलोक रंजन को भी हिरासत में ले लिया. उन पर भी 50 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप था. वहीं बीती पात आलोक रंजन का शव रेल की पटरी से बरामद किया गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टपार्टम के लिए भेज दिया है. दिल्ली पुलिस ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है. मगर पहली नजर में मामला सुसाइड का नजर आ रहा है.