हेल्थ इंश्योरेंस पर GST के मामले को लेकर एकजुट हुए विपक्षी सांसद, संसद परिसर में किया प्रदर्शन
नई दिल्ली. कांग्रेस समेत इंडिया ब्लॉक के दलों ने हेल्थ इंश्योरेंस में जीएसटी बढ़ाए जाने के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया. इस दौरान विपक्षी सांसदों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा इस मुद्दे पर सरकार को पत्र लिखे जाने का भी उल्लेख किया.
विपक्षी दलों के सांसद संसद परिसर में मकर द्वार के बाहर एकत्र हुए और अपना विरोध जताया. इस प्रदर्शन में कांग्रेस सांसद व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल रहे. विरोध कर रहे कांग्रेस सांसदों का कहना था कि सरकार ने हेल्थ इंश्योरेंस पर जो जीएसटी लगाया है उससे सामान्य जन काफी प्रभावित हुए हैं. कांग्रेस के राज्यसभा सांसदों ने इस दौरान कहा कि स्वयं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी इस विषय पर पत्र लिख चुके हैं.
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि न केवल विपक्ष बल्कि सरकार के अंदर भी हेल्थ इंश्योरेंस पर जीएसटी की दरों को लेकर विरोध है. विपक्षी सांसद महुआ माजी ने इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि हेल्थ इंश्योरेंस पर सरकार ने बिना कुछ सोचे समझे तानाशाही रवैया अपनाते हुए 18 पर्सेंट जीएसटी लगा दिया है.
उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा और असुविधा को ध्यान में न रखते हुए मनमाने तरीके से फैसले लिए जा रहे हैं. पहले नोटबंदी कर दी गई, जीएसटी लागू किया दिया. यदि हेल्थ इंश्योरेंस में 18 प्रतिशत जीएसटी लिया जाएगा तो इसका सबसे अधिक प्रभाव मध्यम वर्ग पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हेल्थ इंश्योरेंस महंगा होने पर लोग इंश्योरेंस खरीदना बंद कर देंगे. वे अपने पैसों को किसी दूसरी जगह जैसे कि सोना, संपत्ति आदि में निवेश करेंगे ताकि बीमार पडऩे पर इस संपत्ति को बेचकर अपना उपचार करवा सकें.
गौरतलब है कि विपक्षी दलों ने हेल्थ इंश्योरेंस में जीएसटी की दरों के विरोध में संसद परिसर में यह प्रदर्शन किया. कांग्रेस पार्टी का यह विरोध सदन के अंदर भी जारी रहने वाला है. हालांकि सदन के अंदर वह दूसरे मुद्दों पर अपना विरोध दर्ज कराएगी.
कांग्रेस पार्टी का कहना है कि वह केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएगी. कांग्रेस ने कहा है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने वक्तव्यों से राज्यसभा को गुमराह किया है. कांग्रेस का कहना है कि देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का ट्रैक रिकॉर्ड रायसेन और मंदसौर में किसानों के खिलाफ खराब रहा है और अब वह देश के कृषि मंत्री बन गए हैं.