उपचुनाव के पहले बीना को बनाया जा सकता है जिला
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विधायक निर्मला सप्रे ने की मुख्यमंत्री से मांग
भोपाल। सागर जिले से अलग होकर बीना को भी जिला बनाया जा सकता है। इसे लेकर वहां की विधायक सक्रिय हैं, उन्होंने मुख्यमंत्री डा मोहन यादव के सामने बीना को अलग जिला बनाने की मांग की है। माना जा रहा है कि उपचुनाव के पहले बीना को सरकार जिला घोशित कर सकती है।
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में ष्शामिल हुई विधायक निर्मला सप्रे ने सरकार से मांग की है कि बीना को जिला बनाया जाए। सूत्रों की माने तो वे अपनी मांग पूरी होने के बाद ही विधायक पद से इस्तीफा देंगी। बीना अभी सागर जिले की एक तहसील है। बीना को जिला बनाए जाने की मांग यहां के लोगों की लगभग 40 साल पुरानी है। यहां पर होने वाले उपचुनाव से पहले बीना को नया जिला बनाया जा सकता है। इसे लेकर जल्द ही सरकार भी फैसला लेकर जिला बनाए जाने की तैयारियो में जुट सकती है।
गौरतलब है कि बीना की विधायक निर्मला सप्रे ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के वक्त मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को 20 मांगों का एक पत्र सौंपा था। इस पत्र में बिना को अलग जिला बनाए जाने की मांग भी लिखी हुई थी। उपचुनाव की संभावनाओं को देखते हुए यहां के लोगों ने पिछले कुछ दिनों से जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है।
अटका है अभी नागदा का प्रस्ताव
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव से पहले उज्जैन जिले के नागदा को जिला बनाए जाने की कमाई तेज हुई थी, लेकिन यह प्रस्ताव अटक कर रह गया। हालांकि इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने मैहर, पांढुर्णा और मऊगंज को जिला बनाया था लेकिन नागदा की प्रस्ताव को शासन ने मंजूरी नहीं दी थी।
भोपाल। सागर जिले से अलग होकर बीना को भी जिला बनाया जा सकता है। इसे लेकर वहां की विधायक सक्रिय हैं, उन्होंने मुख्यमंत्री डा मोहन यादव के सामने बीना को अलग जिला बनाने की मांग की है। माना जा रहा है कि उपचुनाव के पहले बीना को सरकार जिला घोशित कर सकती है।
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में ष्शामिल हुई विधायक निर्मला सप्रे ने सरकार से मांग की है कि बीना को जिला बनाया जाए। सूत्रों की माने तो वे अपनी मांग पूरी होने के बाद ही विधायक पद से इस्तीफा देंगी। बीना अभी सागर जिले की एक तहसील है। बीना को जिला बनाए जाने की मांग यहां के लोगों की लगभग 40 साल पुरानी है। यहां पर होने वाले उपचुनाव से पहले बीना को नया जिला बनाया जा सकता है। इसे लेकर जल्द ही सरकार भी फैसला लेकर जिला बनाए जाने की तैयारियो में जुट सकती है।
गौरतलब है कि बीना की विधायक निर्मला सप्रे ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के वक्त मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को 20 मांगों का एक पत्र सौंपा था। इस पत्र में बिना को अलग जिला बनाए जाने की मांग भी लिखी हुई थी। उपचुनाव की संभावनाओं को देखते हुए यहां के लोगों ने पिछले कुछ दिनों से जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है।
अटका है अभी नागदा का प्रस्ताव
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव से पहले उज्जैन जिले के नागदा को जिला बनाए जाने की कमाई तेज हुई थी, लेकिन यह प्रस्ताव अटक कर रह गया। हालांकि इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने मैहर, पांढुर्णा और मऊगंज को जिला बनाया था लेकिन नागदा की प्रस्ताव को शासन ने मंजूरी नहीं दी थी।