कानूनी प्रक्रिया के तहत पासपोर्ट का किया जाए सत्यापन
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भोपाल। पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना ने कहा कि जब भी पासपोर्ट के लिए सत्यापन किया जाए तो कानूनी प्रक्रिया का पूरा ध्यान रखें, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के भोपाल स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में बुधवार को पासपोर्ट के लिए पुलिस सत्यापन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। इस दौरान उन्होंने कार्यशाला में सम्मिलित पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की प्रगति के लिए पासपोर्ट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, लेकिन इसे जारी करना उतना ही संवेदनशील भी है। इसका सीधा संबंध देश की आतंरिक सुरक्षा से जुड़ा है। जब भी आप पासपोर्ट के लिए सत्यापन करें तो कानूनी प्रक्रिया का पूरा ध्यान रखें, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पहले विश्व युद्ध के बाद पासपोर्ट की महत्ता पर जोर दिया गया। स्वतंत्र भारत में वर्ष 1967 में पासपोर्ट एक्ट और उनके नियम आए। यह प्रसन्नता का विषय है कि मध्यप्रदेश में पासपोर्ट सेवा केंद्रों का तेजी से विस्तार हो रहा है।
आठ सालों में 24 पासपोर्ट सेवा केंद्र किए स्थापित
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शितांशु चौरसिया ने बताया कि वर्ष 1978 में तत्कालीन विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मध्यप्रदेश में पासपोर्ट कार्यालय का उद्घाटन किया था। विगत 8 वर्षों में प्रदेश में 24 पासपोर्ट सेवा केंद्र स्थापित हो चुके हैं। वर्ष 2023 में मध्यप्रदेश में 3 लाख पासपोर्ट के आवेदनों की प्रक्रिया की गई, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को पासपोर्ट प्रदान करने में पुलिस सत्यापन की प्रक्रिया महत्वपूर्ण है। पासपोर्ट एक ऐसा दस्तावेज है, जो सपनों को पंख लगाता है, व्यवसाय को बढ़ाता है, बच्चों की शिक्षा में बहुत महत्वपूर्ण होता है, किंतु पासपोर्ट गलत हाथों में न जाए इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के भोपाल स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में बुधवार को पासपोर्ट के लिए पुलिस सत्यापन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। इस दौरान उन्होंने कार्यशाला में सम्मिलित पुलिसकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश की प्रगति के लिए पासपोर्ट एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, लेकिन इसे जारी करना उतना ही संवेदनशील भी है। इसका सीधा संबंध देश की आतंरिक सुरक्षा से जुड़ा है। जब भी आप पासपोर्ट के लिए सत्यापन करें तो कानूनी प्रक्रिया का पूरा ध्यान रखें, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पहले विश्व युद्ध के बाद पासपोर्ट की महत्ता पर जोर दिया गया। स्वतंत्र भारत में वर्ष 1967 में पासपोर्ट एक्ट और उनके नियम आए। यह प्रसन्नता का विषय है कि मध्यप्रदेश में पासपोर्ट सेवा केंद्रों का तेजी से विस्तार हो रहा है।
आठ सालों में 24 पासपोर्ट सेवा केंद्र किए स्थापित
क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शितांशु चौरसिया ने बताया कि वर्ष 1978 में तत्कालीन विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मध्यप्रदेश में पासपोर्ट कार्यालय का उद्घाटन किया था। विगत 8 वर्षों में प्रदेश में 24 पासपोर्ट सेवा केंद्र स्थापित हो चुके हैं। वर्ष 2023 में मध्यप्रदेश में 3 लाख पासपोर्ट के आवेदनों की प्रक्रिया की गई, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को पासपोर्ट प्रदान करने में पुलिस सत्यापन की प्रक्रिया महत्वपूर्ण है। पासपोर्ट एक ऐसा दस्तावेज है, जो सपनों को पंख लगाता है, व्यवसाय को बढ़ाता है, बच्चों की शिक्षा में बहुत महत्वपूर्ण होता है, किंतु पासपोर्ट गलत हाथों में न जाए इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।