सत्ता में भागीदारी देकर असंतोष को साधेगी भाजपा
गांव से प्रदेश स्तर तक समितियों में कार्यकर्ताओं की होगी नियुक्ति
भोपाल। भाजपा में लगातार उभर रहे कार्यकर्ता और नेताओं के असंतोश को साधने के लिए अब संगठन और सरकार ने कार्यकर्ता को सत्ता में भागीदारी देकर उनकी नाराजगी को दूर करने का फैसला लिया है। इसके तहत समितियों का गठन किया जाएगा और कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा निगम-मंडल और आयोगों में भी जल्द ही नियुक्तियों का सिलसिला ष्शुरू किए जाने के संकेत मिल रहे हैं।
भाजपा में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस से आए कार्यकर्ताओं और नेताओं के चलते नाराजगी का दौर भी ष्शुरू हुआ है। कुछ स्थानों पर नाराज कार्यकर्ता और नेताओं की नाराजगी खुलकर भी दिखी है। अब संगठन इस नाराजगी को समय रहते दूर करने का काम कर रहा है। साथ ही कांग्रेस से आए नेताओं और कार्यकर्ताओं से किए वादों को पूरा करने के लिए संगठन ने कवायद ष्शुरू कर दी है। संगठन और सरकार दोनों मिलकर इस मुद्दे पर गंभीर है, इसके चलते अब इन नेताओं को समितियों का गठन कर सत्ता में भागीदारी करने की तैयारी की जा रही है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार राज्य में निगम, मंडल, जिले स्तर, गांव और ग्राम पंचायत स्तर पर भी समितियां होती हैं। ग्रामीण स्तर के कार्यकर्ता प्रशासनिक स्तर पर अपनी भागीदारी और ग्रामीणों की जरूरतें पूरी करने के लिए इन समितियों में जगह चाहते हैं। इसके चलते ये नियुक्तियां जल्द कर दी जाए, जिससे असंतोश को रोकने में सफलता मिलेगी।
गौरतलब है कि हाल ही में भाजपा नेताओं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों और अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई थी, जिसमें नियुक्तियों पर चर्चा की गई। दिल्ली में मुख्यमंत्री का सम्मेलन भी आज संपन्न हुआ, जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भाग शामिल रहे। इस बैठक के बाद नियुक्तियों का दौर तेज होने की संभावना है।
दो लाख कार्यकर्ताओं को साधने की कवायद
भाजपा ने ग्राम से लेकर प्रदेश स्तर तक समितियों का गठन कर कार्यकर्ताओं को साधने की रणनीति तय की है। इन समितियों का गठन ग्राम पंचायत, ब्लाक, जिला से लेकर प्रदेश स्तर पर किया जाएगा। समितियों के सहारे भाजपा करीब दो लाख कार्यकर्ताओं को काम से जोड़ सकेगी। बताया जा रहा है कि विकासखंड और जिला स्तर पर गठित की जाने वाली समितियों की बैठकें माह में एक बार और राज्य स्तर पर गठित की जाने वाली समितियों की बैठक माह में दो बार कराने का निर्णय भी लिया है। बैठकों में तय किए लक्ष्य और उपलब्धियों की समीक्षा की जाएगी।