मंत्री को ठगने की कोशिश करने वाला था डायल 100 का चालक
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भोपाल। वन मंत्री रामनिवास रावत से ठगी करने की कोशिश करने वाला उत्तर प्रदेश पुलिस के डायल 100 का चालक था। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद जब उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि गंभीर बीमारियों के चलते उसे पैसों की जरूरत थी, इसके लिए उसने यह कदम उठाया था।
डायल 100 के चालक ने भाजपा का राष्ट्रीय संगठन महामंत्री का पर्सनल सेक्रेटरी बताकर 5 लाख रुपए की डिमांड की थी। मंत्री रावत से कहा था कि विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में आपके लिए काम करने वाले लोगों की व्यवस्था करना है। इसके बाद रामनिवास रावत को फ्रॉड का शक हुआ तो उन्होंने 19 जुलाई को भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र से शिकायत की थी। शिकायत के बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के जालौन से आरोपी राजेंद्र वर्मा उम्र 60 साल पिता श्याम लाल वर्मा को गिरफ्तार किया। आरोपी उत्तर प्रदेश पुलिस के डायल 100 वाहन का चालक है। शनिवार को थाने की जमानत पर छोड़ दिया है।
पुलिस से पूछताछ में आरोपी ने खुद को कई बीमारियों से ग्रसित बताया। वो क्राइम ब्रांच अपने साथ इलाज के पर्चे और जांच रिपोर्ट साथ लेकर पहुंचा था। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने कहा कि बीमारियों के इलाज के लिए पैसों की जरूरत रहती है। आरोपी को लगा था कि रामनिवास रावत भाजपा में नए हैं, उन्हें भाजपा की कार्यप्रणाली की जानकारी नहीं होगी, इसलिए आसानी से ठगा जा सकता है। आरोपी ने ठगी के लिए ग्वालियर के एक एड्रेस पर रजिस्टर्ड सिम को इस्तेमाल में लिया था।
डायल 100 के चालक ने भाजपा का राष्ट्रीय संगठन महामंत्री का पर्सनल सेक्रेटरी बताकर 5 लाख रुपए की डिमांड की थी। मंत्री रावत से कहा था कि विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में आपके लिए काम करने वाले लोगों की व्यवस्था करना है। इसके बाद रामनिवास रावत को फ्रॉड का शक हुआ तो उन्होंने 19 जुलाई को भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र से शिकायत की थी। शिकायत के बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के जालौन से आरोपी राजेंद्र वर्मा उम्र 60 साल पिता श्याम लाल वर्मा को गिरफ्तार किया। आरोपी उत्तर प्रदेश पुलिस के डायल 100 वाहन का चालक है। शनिवार को थाने की जमानत पर छोड़ दिया है।
पुलिस से पूछताछ में आरोपी ने खुद को कई बीमारियों से ग्रसित बताया। वो क्राइम ब्रांच अपने साथ इलाज के पर्चे और जांच रिपोर्ट साथ लेकर पहुंचा था। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने कहा कि बीमारियों के इलाज के लिए पैसों की जरूरत रहती है। आरोपी को लगा था कि रामनिवास रावत भाजपा में नए हैं, उन्हें भाजपा की कार्यप्रणाली की जानकारी नहीं होगी, इसलिए आसानी से ठगा जा सकता है। आरोपी ने ठगी के लिए ग्वालियर के एक एड्रेस पर रजिस्टर्ड सिम को इस्तेमाल में लिया था।