प्रदेश में एक और नया जिला बनाने की तैयारी, बुलवाए प्रस्ताव
छिंदवाड़ा जिले का होगा एक और विभाजन, जुन्नारदेव को बनाया जाएगा जिला
भोपाल। प्रदेश में जल्द ही एक और नया जिला अस्तित्व में आ सकता है। सरकार ने राजस्व विभाग की ओर से प्रस्ताव मांगा है, जिसके बाद प्रदेश में जिलों की संख्या 55 से बढ़कर 56 हो जाएगी।
दरअसल, छिंदवाड़ा जिले में आने वाली जुन्नारदेव विधानसभा को अलग जिला बनाने की तैयारी है। इसके लिए राजस्व विभाग ने छिंदवाड़ा जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर प्रस्ताव मंगाया है। हालांकि इस जिले में और कौन सी विधानसभा और तहसीलें शामिल होंगी यह अब तक क्लीयर नहीं हुआ है, लेकिन राजस्व विभाग की तरफ से प्रस्ताव मांगा गया है। वहीं विधानसभा चुनाव के पहले छिंदवाड़ा से अलग करके पांढुर्णा को जिला बनाया गया था, जिसमें पांढुर्णा और सौंसर विधानसभा सीटें शामिल हैं। क्षेत्रफल की दृष्टि से देखा जाए तो छिंदवाड़ा फिलहाल सबसे बड़े जिलों में शामिल है, ऐसे में अगर पांढुर्णा के बाद जुन्नारदेव भी नया जिला बनता है तो इसका फायदा यहां निवास करने वाले ग्रामीण वर्ग को ज्यादा मिलेगा, क्योंकि क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़ा जिला होने के चलते कई ग्रामीण अंचलों की दूरी छिंदवाड़ा जिला मुख्यालय से दूर हो जाती है। ऐसे में छिंदवाड़ा से अलग करके एक और जिला बनाने की तैयारी शुरू की है।
हो जाएंगे 56 जिले
विधानसभा चुनाव 2023 से पहले प्रदेश में 6 महीने के अंदर तीन नए जिले बने थे, जिनमें सतना से अलग करके मैहर, रीवा से अलग करके मऊगंज और छिंदवाड़ा से अलग करके पांढुर्णा को नया जिला बनाया गया था। ऐसे में तीन नए जिले बनने के बाद मध्य प्रदेश में कुल जिलों की संख्या 52 से बढ़कर 55 हो गई थी। जबकि अब अगर जुन्नारदेव भी नए जिले का रूप लेता है तो फिर प्रदेश में जिलों की संख्या बढ़कर 56 हो जाएगी।
बीना को भी जिला बनाने की उठ रही मांग
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की बीना से विधायक निर्मला सप्रे बीना को जिला बनाने की मांग उठा रही है। इसे लेकर वहां आंदोलन भी चल रहा है। सागर जिले से अलग इसे जिला बनाने की मांग को लेकर वे अड़ी है। इसके चलते उन्होंने अभी कांग्रेस से अपनी विधायकी नहीं छोड़ी है। निर्मला सप्रे का कहना है कि वे जब तक बीना अलग जिला ना बने और पचास फीसदी विकास कार्य पूरा नहीं करा लेती तब तक कांग्रेस की विधायकी से इस्तीफा नहीं देंगी।