बजट को कांग्रेस ने बताया निराशा और हताशा का बजट, विपक्षी नेताओं ने कहा- युवाओं को झुनझुना, नौकरीपेशा को राहत नहीं
नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में पूर्ण बजट किया है. यह उनका लगातार 7वां बजट है. विपक्ष की बजट को लेकर प्रक्रिया आई है. कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के जरिए पेश किए गए बजट में सिर्फ निराशा और हताशा है.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस बजट में किसानों के लिए कुछ नहीं है. कांग्रेस ने बजट को युवाओं के लिए झुनझुना बताते हुए कहा कि इसमें नए रोजगार के लिए कोई रास्ता नहीं दिया गया है.
यह बजट दिशाहीन है- ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय बजट पर कहा, यह बजट दिशाहीन है, इसमें कोई विजऩ नहीं है, सिर्फ राजनीतिक मिशन है, मुझे इसमें कोई रोशनी नहीं दिख रही, सिर्फ अंधेरा है. यह जनविरोधी, गरीब विरोधी बजट है, यह बजट जनसाधारण के लिए नहीं है. यह एक पार्टी को खुश करने के अनुरूप तैयार किया गया है, यह राजनीतिक पक्षपातपूर्ण बजट है.
मोदी 3.0 के बजट में निराशा व हताशा- रणदीप सुरजेवाला
रणदीप सुरजेवाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मोदी 3.0 के बजट में निराशा व हताशा. शून्य+शून्य = शून्य. किसान के लिए कुछ नहीं, न एमएसपी की गारंटी, न कर्ज से राहत, न डीजल-कीटनाशक दवाई-खाद की कीमत कम, बस बातें ही बातें. युवा के लिए झुनझुना- नए रोजगार का कोई रास्ता नहीं, सालाना सिर्फ 20 लाख युवाओं को इंटर्नशिप, असंगठित क्षेत्र को चवन्नी तक नहीं. लेबर इंटेंसिव यानी रोजगार पैदा करने वाले क्षेत्रों कपड़ा-कंस्ट्रक्शन आदि के लिए कुछ नहीं है.
बजट बहुत ही निराशाजनक था- गौरव गोगोई
लोकसभा में उप नेता गौरव गोगोई ने वित्त मंत्री का ये बजट बहुत ही निराशाजनक था. ये पूरा बजट सरकार की कमजोरी और अस्थिरता का उदाहरण था. पूरा बजट दो प्रदेशों और दो विशेष राजनीतिक दलों को तवज्जो देने के लिए था, क्योंकि सरकार को अपनी कुर्सी बचानी है. इसमें मध्यम वर्ग, किसानों और बेरोजगारों के लिए कुछ भी नहीं था. लेकिन इसमें उन उद्योगपतियों के लिए बहुत कुछ था, जो भाजपा को चंदा देते हैं.