रावत का इंतजार खत्म, संभालेंगे वन एवं पर्यावरण विभाग
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नागर सिंह चौहान से वापस लिया मंत्रालय
भोपाल। कांग्रेस से भाजपा में आकर मंत्री बने रामनिवास रावत को मंत्री बनने के करीब 13 दिन के बाद विभाग का आवंटन कर दिया गया है। उन्हें वन एवं पर्यावरण मंत्रालय सौंपा गया है। पहले यह मंत्रालय नागर सिंह चौहान के पास थे। रावत ने 8 जुलाई को मंत्री पद की शपथ ली थी।
मंत्री पद की शपथ लेने के बाद 13 दिन तक रामनिवास रावत को जब विभाग का आवंटन नहीं किया तो तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे, माना जा रहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ उन्हें विभाग आवंटित किया जाएगा, मगर ऐसा ना करके मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने अब उन्हें वन एवं पर्यावरण मंत्रालय आवंटित कर दिया है। पहले यह मंत्रालय नागर सिंह चौहान के पास था। अब उनके पास अनुसूचित जाति कल्याण विभाग ही रह गया है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान रावत ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी। इसके बाद जब तक उन्हें मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाई तब तक कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया था। मंत्री बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था।
अब मंत्रियों को जिले के प्रभार का इंतजार
रामनिवास रावत को विभाग दिए जाने के बाद अब मंत्रियों को जिलों के आवंटन जल्द होने की उम्मीद जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि मंत्रियों को 15 अगस्त के पहले मंत्रियों को जिलों के प्रभार का बंटवारा हो जाएगा। हाल ही में मुख्यमंत्री यह संकेत दे चुके हैं कि मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में झंडा फहराएंगे। पिछले दिनों दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं। रावत को विभाग दिए जाने के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही मंत्रियों की प्रभार वाले जिलों की लिस्ट जारी हो जाएगी।
भोपाल। कांग्रेस से भाजपा में आकर मंत्री बने रामनिवास रावत को मंत्री बनने के करीब 13 दिन के बाद विभाग का आवंटन कर दिया गया है। उन्हें वन एवं पर्यावरण मंत्रालय सौंपा गया है। पहले यह मंत्रालय नागर सिंह चौहान के पास थे। रावत ने 8 जुलाई को मंत्री पद की शपथ ली थी।
मंत्री पद की शपथ लेने के बाद 13 दिन तक रामनिवास रावत को जब विभाग का आवंटन नहीं किया तो तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे, माना जा रहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार के साथ उन्हें विभाग आवंटित किया जाएगा, मगर ऐसा ना करके मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने अब उन्हें वन एवं पर्यावरण मंत्रालय आवंटित कर दिया है। पहले यह मंत्रालय नागर सिंह चौहान के पास था। अब उनके पास अनुसूचित जाति कल्याण विभाग ही रह गया है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान रावत ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी। इसके बाद जब तक उन्हें मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाई तब तक कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया था। मंत्री बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था।
अब मंत्रियों को जिले के प्रभार का इंतजार
रामनिवास रावत को विभाग दिए जाने के बाद अब मंत्रियों को जिलों के आवंटन जल्द होने की उम्मीद जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि मंत्रियों को 15 अगस्त के पहले मंत्रियों को जिलों के प्रभार का बंटवारा हो जाएगा। हाल ही में मुख्यमंत्री यह संकेत दे चुके हैं कि मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में झंडा फहराएंगे। पिछले दिनों दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं। रावत को विभाग दिए जाने के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही मंत्रियों की प्रभार वाले जिलों की लिस्ट जारी हो जाएगी।