कार्यकर्ता को साधने मैदान में उतरी कांग्रेस
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विजयपुर में रावत को घेरने की तैयारी में जुटे कांग्रेसी
भोपाल। विजयपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने मैदानी मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेस ने इस विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को साधने और सक्रिय करने का काम ष्शुरू कर दिया है। बुधनी के बाद अब विजयपुर में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने मोर्चा संभाला है।
अमरवाड़ा उपचुनाव में मिली हार के बाद अब कांग्रेस का पूरा फोकस बुधनी और विजयपुर में होने वाले वाले उपचुनाव पर है। दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों पूर्व मंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया हैं, इसके चलते यहां उपचुनाव होना तय है। इसके चलते कांग्रेस ने भी तैयारियां तेज कर दी है। बुधनी और विजयपुर दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस ने इस बार कार्यकर्ता को साधने का काम करने की रणनीति के तहत लगातार बैठकें और संवाद करने का काम किया है। बुधनी में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह लगातार सक्रिय हैं। अब उन्होंने विजयपुर में सक्रियता बढ़ाई है। उनके साथ कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल, पंकज उपाध्याय और साहबसिंह गुर्जर भी यहां सक्रिय हुए हैं। इन नेताओं ने विजयपुर के कराहल में कार्यकर्ता संवाद का आयोजन किया। इस संवाद में कार्यकर्ता के बीच पहुंचकर उन्होंने रामनिवास रावत द्वारा कांग्रेस छोड़ने के कारण बताए साथ ही यह भी बताया कि कांग्रेस ने रावत को क्या दिया। नेताओं ने कार्यकर्ता को साफ संदेश दिया कि किसी भी तरह से इस बार रावत को उपचुनाव में हराने के लिए एकजुट होकर मैदान में उतरना है। नेताओं ने संवाद के दौरान रावत समाज को साधने का काम भी किया। उन्होंने कहा कि रावत ने क्षेत्र में रावत समाज के दूसरे नेता को उभरने नहीं दिया। अब कांग्रेस में इस तरह के काम नहीं होंगे। संवाद के दौरान कांग्रेस नेताओं ने रामनिवास रावत पर जमकर हमले किए और कहा कि अपने निजी स्वार्थ के लिए वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं।
बीना को लेकर अभी भी है संशय
बीना विधायक निर्मला सप्रे ने भी रावत के साथ भाजपा की सदस्यता ले ली थी। मगर अब तक उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। इसके चलते यहां पर उपचुनाव को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। हालांकि कांग्रेस ने यहां भी बैठकों का दौर तेज कर दिया है। साथ ही बीना विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस पदाधिकारियों और नेताओं की एक बैठक भोपाल में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ले चुके हैं।
भोपाल। विजयपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने मैदानी मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेस ने इस विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को साधने और सक्रिय करने का काम ष्शुरू कर दिया है। बुधनी के बाद अब विजयपुर में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने मोर्चा संभाला है।
अमरवाड़ा उपचुनाव में मिली हार के बाद अब कांग्रेस का पूरा फोकस बुधनी और विजयपुर में होने वाले वाले उपचुनाव पर है। दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों पूर्व मंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया हैं, इसके चलते यहां उपचुनाव होना तय है। इसके चलते कांग्रेस ने भी तैयारियां तेज कर दी है। बुधनी और विजयपुर दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस ने इस बार कार्यकर्ता को साधने का काम करने की रणनीति के तहत लगातार बैठकें और संवाद करने का काम किया है। बुधनी में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह लगातार सक्रिय हैं। अब उन्होंने विजयपुर में सक्रियता बढ़ाई है। उनके साथ कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल, पंकज उपाध्याय और साहबसिंह गुर्जर भी यहां सक्रिय हुए हैं। इन नेताओं ने विजयपुर के कराहल में कार्यकर्ता संवाद का आयोजन किया। इस संवाद में कार्यकर्ता के बीच पहुंचकर उन्होंने रामनिवास रावत द्वारा कांग्रेस छोड़ने के कारण बताए साथ ही यह भी बताया कि कांग्रेस ने रावत को क्या दिया। नेताओं ने कार्यकर्ता को साफ संदेश दिया कि किसी भी तरह से इस बार रावत को उपचुनाव में हराने के लिए एकजुट होकर मैदान में उतरना है। नेताओं ने संवाद के दौरान रावत समाज को साधने का काम भी किया। उन्होंने कहा कि रावत ने क्षेत्र में रावत समाज के दूसरे नेता को उभरने नहीं दिया। अब कांग्रेस में इस तरह के काम नहीं होंगे। संवाद के दौरान कांग्रेस नेताओं ने रामनिवास रावत पर जमकर हमले किए और कहा कि अपने निजी स्वार्थ के लिए वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं।
बीना को लेकर अभी भी है संशय
बीना विधायक निर्मला सप्रे ने भी रावत के साथ भाजपा की सदस्यता ले ली थी। मगर अब तक उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। इसके चलते यहां पर उपचुनाव को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। हालांकि कांग्रेस ने यहां भी बैठकों का दौर तेज कर दिया है। साथ ही बीना विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस पदाधिकारियों और नेताओं की एक बैठक भोपाल में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ले चुके हैं।