पूरे देश को ऑक्सीजन देता है मध्यप्रदेशः अमित शाह
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इंदौर अब जाना जाएगा ग्रीन सिटी के नाम से
भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश पूरे देश को आक्सीजन देने का काम करता है। उन्होंने कहा कि 11 लाख पौध-रोपण की अभूतपूर्व उपलब्धि से इंदौर पूरे विश्व में नए कीर्तिमान के साथ होगा प्रसिद्ध होगा। इंदौर अब ग्रीन सिटी के नाम से जाना जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह बात आज इंदौर के रेवती रेंज परिसर में आयोजित एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत 11 लाख वृक्षारोपण के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मैं मध्यप्रदेश को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। मध्यप्रदेश भारत का फेफड़ा है जो पूरे देश को आक्सीजन देने का काम करता है। प्रदेश का 31 प्रतिशत क्षेत्र फॉरेस्ट कवर में आता है और पूरे देश का कुल 12 प्रतिशत फॉरेस्ट कवर मध्यप्रदेश में हैं, जिससे मध्य प्रदेश में पर्यावरण अनुकूल पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है। प्रदेश में 6 टाइगर रिजर्व, 11 नेशनल पार्क और 24 अभ्यारण है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कूनो अभ्यारण्य में चीते भी लाए गए हैं। शाह ने कहा कि इंदौर मे 24 घंटे में 11 लाख पौधे रोपने का यह विश्व विक्रम पुण्य श्लोक देवी अहिल्याबाई की नगरी इंदौर को नए कीर्तिमान के साथ पूरे विश्व में प्रसिद्ध करेगा। उन्होंने कहा कि पौध-रोपण करना सरल है, लेकिन उन्हें बड़ा करना कठिन। पौध-रोपण करने वाले सभी प्रतिभागियों से आग्रह है कि उनके द्वारा लगाएं गए पौधों का अपने बेटे की तरह पालन करें। यही वृक्ष आगे एक माँ की तरह आपकी चिंता करेगा। उन्होंने कहा कि 51 लाख पौधे लगाना और एक ही दिन में 11 लाख पौधे लगाना अपने आप में अभूतपूर्व हैं। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनूठे आयोजन के लिये इंदौर वासियों को शुभकामनाएं और बधाई दी।
सीएपीएफ जवानों की प्रशंसा की
शाह ने सीएपीएफ के जवानों को मनपूर्वक सैल्यूट करते हुए कहा कि सीएपीएफ के जवानों द्वारा कन्याकुमारी से लेकर नॉर्थ ईस्ट और बंगाल से लेकर गुजरात तक विगत वर्ष 5 करोड़ 21 लाख पौधे लगाने का सराहनीय काम किया है। इसी प्रकार 2024 तक एक करोड़ पौधे और लगाकर 6 करोड़ पौधे लगाने का काम पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्र और पुराण हमें वृक्ष के महत्व बताते हैं। मत्स्यपुराण में कहा गया है कि 10 कुओं के बराबर एक बावड़ी, 10 बावड़ी के बराबर एक तालाब, 10 तालाब के बराबर एक पुत्र और 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता हैं।
मालवा की संस्कृति में मेलजोल बनाकर रखने का रिवाज
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मालवा में “डग-डग रोटी पग-पग नीर“ की कहावत है। यहां अनगिनत वृक्ष हुआ करते थे, जो काल के प्रवाह में खत्म होते चले गए। मालवा में कई सारी नदियां जैसे -चंबल, शिप्रा, गंभीर और अन्य सात नदियां इंदौर से निकलती हैं। उन्होंने कहा कि एक पेड़ 10 पुत्रों के समान होता है। इस प्रकार से इंदौर में आज 51 लाख पौधे लगाए जाने का जो रिकॉर्ड बनाया जा रहा है वह अभूतपूर्व है। मालवा की संस्कृति में प्रकृति के साथ मेलजोल बनाकर रखने का रिवाज है। एक पेड़ माँ के नाम अभियान ने बहुत व्यापक रूप ले लिया है। अभियान अंतर्गत इंदौर में 51 लाख, भोपाल में 40 लाख और उज्जैन में 10 लाख पौधे लगाए जा रहें हैं।
भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश पूरे देश को आक्सीजन देने का काम करता है। उन्होंने कहा कि 11 लाख पौध-रोपण की अभूतपूर्व उपलब्धि से इंदौर पूरे विश्व में नए कीर्तिमान के साथ होगा प्रसिद्ध होगा। इंदौर अब ग्रीन सिटी के नाम से जाना जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह बात आज इंदौर के रेवती रेंज परिसर में आयोजित एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत 11 लाख वृक्षारोपण के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मैं मध्यप्रदेश को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। मध्यप्रदेश भारत का फेफड़ा है जो पूरे देश को आक्सीजन देने का काम करता है। प्रदेश का 31 प्रतिशत क्षेत्र फॉरेस्ट कवर में आता है और पूरे देश का कुल 12 प्रतिशत फॉरेस्ट कवर मध्यप्रदेश में हैं, जिससे मध्य प्रदेश में पर्यावरण अनुकूल पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है। प्रदेश में 6 टाइगर रिजर्व, 11 नेशनल पार्क और 24 अभ्यारण है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कूनो अभ्यारण्य में चीते भी लाए गए हैं। शाह ने कहा कि इंदौर मे 24 घंटे में 11 लाख पौधे रोपने का यह विश्व विक्रम पुण्य श्लोक देवी अहिल्याबाई की नगरी इंदौर को नए कीर्तिमान के साथ पूरे विश्व में प्रसिद्ध करेगा। उन्होंने कहा कि पौध-रोपण करना सरल है, लेकिन उन्हें बड़ा करना कठिन। पौध-रोपण करने वाले सभी प्रतिभागियों से आग्रह है कि उनके द्वारा लगाएं गए पौधों का अपने बेटे की तरह पालन करें। यही वृक्ष आगे एक माँ की तरह आपकी चिंता करेगा। उन्होंने कहा कि 51 लाख पौधे लगाना और एक ही दिन में 11 लाख पौधे लगाना अपने आप में अभूतपूर्व हैं। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनूठे आयोजन के लिये इंदौर वासियों को शुभकामनाएं और बधाई दी।
सीएपीएफ जवानों की प्रशंसा की
शाह ने सीएपीएफ के जवानों को मनपूर्वक सैल्यूट करते हुए कहा कि सीएपीएफ के जवानों द्वारा कन्याकुमारी से लेकर नॉर्थ ईस्ट और बंगाल से लेकर गुजरात तक विगत वर्ष 5 करोड़ 21 लाख पौधे लगाने का सराहनीय काम किया है। इसी प्रकार 2024 तक एक करोड़ पौधे और लगाकर 6 करोड़ पौधे लगाने का काम पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्र और पुराण हमें वृक्ष के महत्व बताते हैं। मत्स्यपुराण में कहा गया है कि 10 कुओं के बराबर एक बावड़ी, 10 बावड़ी के बराबर एक तालाब, 10 तालाब के बराबर एक पुत्र और 10 पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता हैं।
मालवा की संस्कृति में मेलजोल बनाकर रखने का रिवाज
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मालवा में “डग-डग रोटी पग-पग नीर“ की कहावत है। यहां अनगिनत वृक्ष हुआ करते थे, जो काल के प्रवाह में खत्म होते चले गए। मालवा में कई सारी नदियां जैसे -चंबल, शिप्रा, गंभीर और अन्य सात नदियां इंदौर से निकलती हैं। उन्होंने कहा कि एक पेड़ 10 पुत्रों के समान होता है। इस प्रकार से इंदौर में आज 51 लाख पौधे लगाए जाने का जो रिकॉर्ड बनाया जा रहा है वह अभूतपूर्व है। मालवा की संस्कृति में प्रकृति के साथ मेलजोल बनाकर रखने का रिवाज है। एक पेड़ माँ के नाम अभियान ने बहुत व्यापक रूप ले लिया है। अभियान अंतर्गत इंदौर में 51 लाख, भोपाल में 40 लाख और उज्जैन में 10 लाख पौधे लगाए जा रहें हैं।