पंद्रह शिक्षक शराब पीकर आते हैं स्कूल, नौ कई सालों से नहीं आए स्कूल
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प्रदेश के डिंडोरी के मेंहदवानी विकासखंड के बीईओ ने भेजा पत्र
भोपाल। प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था के हाल दिनों दिन बिगड़ते जा रहे है। राज्य के डिंडोरी जिले के मेहदवानी विकासखंड के स्कूलों की जानकारी भेजते हुए वहां के बीईओ ने इस बात का खुलासा किया है। बीईओ ने सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग को भेजी अपनी जानकारी में बताया कि इस ब्लाक में पंद्रह शिक्षक ऐसे हैं, जो शराब पीते हैं। नौ शिक्षक तो कई साल हो गए स्कूल ही नही आए हैं।
डिंडोरी जिले के मेंहदवानी विकासखंड के बीईओ एचएस मसराम ने सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग को पत्र लिखकर स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की पोल खोल दी है। साथ ही आदिवासी बहुल जिलों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर शासन को बताया है कि इन जिलों में किस तरह शिक्षा व्यवस्था चल रही है। मसराम ने 3 जुलाई को एक पत्र के द्वारा जानकारी देकर अपने विकासखंड में पदस्थ शिक्षकों के बारे में बताया कि वे शैक्षणिक कार्य को लेकर कितने लापरवाह है। बीईओ ने अपने पत्र में शिक्षकों के नामों का उल्लेख करते हुए बताया कि इस ब्लाक में कितने शिक्षक शराब पीते हैं और कितने कई सालों से नौकरी करने ही नहीं पहुंचे हैं। पत्र में उन्होंने बताया कि इस ब्लाक के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में तैनात शराबी शिक्षकों की संख्या 15 हैं। तो वहीं, 9 शिक्षक ऐसे भी हैं, जो कई सालों से स्कूल ही नहीं जा रहे हैं। इसके अलावा 7 ऐसे शिक्षक हैं, जिन पर दो पत्नियां रखने का आरोप हैं। तो वहीं, एक शिक्षिका पर दो पति रखने की शिकायत है, जो सिविल सेवा के उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
भोपाल। प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था के हाल दिनों दिन बिगड़ते जा रहे है। राज्य के डिंडोरी जिले के मेहदवानी विकासखंड के स्कूलों की जानकारी भेजते हुए वहां के बीईओ ने इस बात का खुलासा किया है। बीईओ ने सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग को भेजी अपनी जानकारी में बताया कि इस ब्लाक में पंद्रह शिक्षक ऐसे हैं, जो शराब पीते हैं। नौ शिक्षक तो कई साल हो गए स्कूल ही नही आए हैं।
डिंडोरी जिले के मेंहदवानी विकासखंड के बीईओ एचएस मसराम ने सहायक आयुक्त जनजातीय विभाग को पत्र लिखकर स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की पोल खोल दी है। साथ ही आदिवासी बहुल जिलों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर शासन को बताया है कि इन जिलों में किस तरह शिक्षा व्यवस्था चल रही है। मसराम ने 3 जुलाई को एक पत्र के द्वारा जानकारी देकर अपने विकासखंड में पदस्थ शिक्षकों के बारे में बताया कि वे शैक्षणिक कार्य को लेकर कितने लापरवाह है। बीईओ ने अपने पत्र में शिक्षकों के नामों का उल्लेख करते हुए बताया कि इस ब्लाक में कितने शिक्षक शराब पीते हैं और कितने कई सालों से नौकरी करने ही नहीं पहुंचे हैं। पत्र में उन्होंने बताया कि इस ब्लाक के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में तैनात शराबी शिक्षकों की संख्या 15 हैं। तो वहीं, 9 शिक्षक ऐसे भी हैं, जो कई सालों से स्कूल ही नहीं जा रहे हैं। इसके अलावा 7 ऐसे शिक्षक हैं, जिन पर दो पत्नियां रखने का आरोप हैं। तो वहीं, एक शिक्षिका पर दो पति रखने की शिकायत है, जो सिविल सेवा के उल्लंघन की श्रेणी में आता है।