प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने ऑस्ट्रेया के वियाना में कहा: भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया है, युद्ध नहीं
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने ऑस्ट्रेया के वियाना में बुधवार को कहा कि भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया है, युद्ध नहीं. भारत ने विश्व को शांति और स्मृद्धि दी है, देश 21वीं सदी में अपनी भूमिका और मजबूत करने जा रहा है. प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत सर्वश्रेष्ठ बनने की दिशा में प्रयासरत है,सबसे प्रतिभाशाली और सबसे बड़ी उपलब्धि को हासिल करने की दिशा में अग्रसर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम हजारों सालों से हम अपना ज्ञान और विशेषज्ञता साझा करते आ रहे हैं. हमने दुनिया को ‘युद्ध’ नहीं, ‘बुद्ध’ दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक मंचों से शांति की अपील कर रहे हैं. ऐसे वक्त में जब यूक्रेन और रूस, इजराइल और फिलिस्तीन में भीषण जंग चल रही है, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये संदेश बेहद अहम है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रिया की अपनी पहली यात्रा को सार्थक बताया है. उन्होंने कहा कि 41 साल बाद, किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने देश का दौरा किया है. यह लंबा इंतजार एक ऐतिहासिक अवसर पर खत्म हुआ है. भारत और ऑस्ट्रिया अपनी दोस्ती के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं. प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भारत और ऑस्ट्रिया भौगोलिक रूप से दो अलग-अलग छोर पर हैं, लेकिन हमारे बीच कई समानताएं हैं. लोकतंत्र दोनों देशों को जोड़ता है. हमारे साझा मूल्य स्वतंत्रता, समानता, बहुलवाद और कानून के शासन के प्रति सम्मान हैं. हमारे समाज बहुसांस्कृतिक और बहुभाषी हैं. दोनों देश विविधता का जश्न मनाते हैं, और इन मूल्यों को प्रतिबिंबित करने का एक बड़ा माध्यम चुनाव हैं.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘सवा सौ करोड़ लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया और इतने बड़े चुनाव के बावजूद चुनाव के नतीजे कुछ ही घंटों में घोषित कर दिए गए. यह हमारी चुनावी मशीनरी और लोकतंत्र की शक्ति है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आने वाले दिनों में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत 2047 तक एक विकसित देश, विकसित भारत बनने की राह पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज, भारत 8% की दर से बढ़ रहा है. आज, हम 5वें स्थान पर हैं, और जल्द ही हम शीर्ष 3 में होंगे. मैंने अपने देश के लोगों से वादा किया था कि मैं भारत को दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाऊंगा. हम केवल शीर्ष स्थान पर पहुंचने के लिए काम नहीं कर रहे हैं, हमारा मिशन 2047 है. भारत 2047 में एक विकसित राष्ट्र के रूप में अपनी स्वतंत्रता के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा.’