Corona के बाद अब Zika Virus का खतरा बढ़ रहा, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को जारी की एडवाइजरी
मुम्बई. कोरोना के बाद अब महाराष्ट्र में जीका वायरस के मामले सामने आने लगे है. इसके बाद आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की. स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि वे गर्भवती महिलाओं में संक्रमण की जांच करके और जीका के लिए सकारात्मक परीक्षण करने वाली गर्भवती माताओं के भ्रूण के विकास की निगरानी करके निरंतर निगरानी बनाए रखें. स्वास्थ्य सुविधाओं/अस्पतालों के परिसर को एडीज मच्छर मुक्त रखने के लिए निगरानी करने और कार्रवाई करने के लिए एक नोडल अधिकारी की पहचान की जाएगी.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार राज्य आवासीय क्षेत्रों, कार्यस्थलों, स्कूलों, निर्माण स्थलों, संस्थानों और स्वास्थ्य सुविधाओं में कीटविज्ञान निगरानी को मजबूत करेंगे और वेक्टर नियंत्रण गतिविधियों को तेज करेंगे. इससे पहले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के निदेशक डॉ नवीन कुमार ने नागरिकों से पुणे में जीका के मामलों से नहीं घबराने पर जोर दिया है. डॉ कुमार ने कहा हमें देश भर से 106 नमूने प्राप्त हुए हैं. अब तक पुणे में 6 में जीका वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. जबकि अहमदनगर और कोल्हापुर में एक.एक की पहचान की गई है.
एनआईवी में डायग्नोस्टिक वायरोलॉजी समूह के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ गजानन सपकाल ने कहा कि हमारे पास वायरल जीनोम और जीका वायरस एंटीबॉडी का परीक्षण करने की क्षमता है. अब तक दो नमूनों को अनुक्रमित किया जा चुका है. वर्तमान में पुणे में जीका वायरस एशियाई वंश का है. जीका वायरस एक वेक्टर-जनित फ्लेविवायरस है जो संक्रमित एडीज मच्छरों, मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस के काटने से फैलता है. यह बीमारी एक हल्की, स्व-सीमित बीमारी है जो बुखार, दाने व जोड़ों के दर्द के साथ होती है. हालांकिए डॉ सपकाल ने जर्नल ऑफ़ इन्फेक्शन में एक रिपोर्ट में बताया है कि माइक्रोसेफली और गंभीर न्यूरोलॉजिकल भागीदारी के साथ संबंध का संकेत देने वाली रिपोर्टों के साथ इसने दुनिया भर का ध्यान आकर्षित किया है.