परीक्षाओं में विसंगतियों को लेकर कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
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भोपाल। कांग्रेस ने आज राजधानी भोपाल में नीट और नेट परीक्षाओं में कथित विसंगतियों को लेकर शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया और प्रभावित छात्रों के लिए न्याय की मांग की। शहर के सबसे व्यस्त चौराहों में से एक रोशनपुरा चौक पर आयोजित विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व राज्य इकाई के प्रमुख जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने किया।
दिग्विजय सिंह ने पेपर लीक के कथित सांठगांठ में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा की अनियमितताओं और पेपर लीक के कारण लाखों बच्चे प्रभावित हुए हैं और उनमें से ज्यादातर हिंदू हैं। आरएसएस और बजरंग दल को भी इस मुद्दे को उठाने के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि यह राष्ट्र-विरोधी कृत्य है। पटवारी ने कहा कि उनकी पार्टी घोटालों, अनियमितताओं और पेपर लीक का मुद्दा तब तक उठाती रहेगी जब तक सरकार सख्त कार्रवाई नहीं करती।
उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के तहत मध्य प्रदेश ने व्यापमं घोटाला देखा और अब पूरा देश एनईईटी परीक्षा में घोटाला देख रहा है। गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि जब तक विश्वविद्यालयों पर भाजपा का कब्जा रहेगा तब तक देश में पेपर लीक जारी रहेगा। उन्होंने कहा, पेपर लीक एक “राष्ट्र-विरोधी गतिविधि“ है क्योंकि यह “देश के युवाओं, जो देश का भविष्य हैं, को बेहद नुकसान पहुंचाता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा की शुचिता से समझौता होने की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को यूजीसी-नेट को रद्द करने का आदेश दिया।
संघ से हमें सीखना चाहिए कानाफूसी
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें विरोध प्रदर्शन के तरीके को बदलना होगा। जैसे आरएसएस का बिना धरना प्रदर्शन, बिना लाठी खाए आज पूरे देश भर में प्रभाव है। इस तरीके से हमें भी काम करना होगा। आप लोग जहां भी जाएं, भाजपा सरकार के घोटाले की बात करें। संघ कभी धरना प्रदर्शन नहीं करता, बल्कि अपने विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करता है। संघ से हमें कानाफुसी सीखना चाहिए।
दिग्विजय सिंह ने पेपर लीक के कथित सांठगांठ में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा की अनियमितताओं और पेपर लीक के कारण लाखों बच्चे प्रभावित हुए हैं और उनमें से ज्यादातर हिंदू हैं। आरएसएस और बजरंग दल को भी इस मुद्दे को उठाने के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि यह राष्ट्र-विरोधी कृत्य है। पटवारी ने कहा कि उनकी पार्टी घोटालों, अनियमितताओं और पेपर लीक का मुद्दा तब तक उठाती रहेगी जब तक सरकार सख्त कार्रवाई नहीं करती।
उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के तहत मध्य प्रदेश ने व्यापमं घोटाला देखा और अब पूरा देश एनईईटी परीक्षा में घोटाला देख रहा है। गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि जब तक विश्वविद्यालयों पर भाजपा का कब्जा रहेगा तब तक देश में पेपर लीक जारी रहेगा। उन्होंने कहा, पेपर लीक एक “राष्ट्र-विरोधी गतिविधि“ है क्योंकि यह “देश के युवाओं, जो देश का भविष्य हैं, को बेहद नुकसान पहुंचाता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा की शुचिता से समझौता होने की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को यूजीसी-नेट को रद्द करने का आदेश दिया।
संघ से हमें सीखना चाहिए कानाफूसी
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें विरोध प्रदर्शन के तरीके को बदलना होगा। जैसे आरएसएस का बिना धरना प्रदर्शन, बिना लाठी खाए आज पूरे देश भर में प्रभाव है। इस तरीके से हमें भी काम करना होगा। आप लोग जहां भी जाएं, भाजपा सरकार के घोटाले की बात करें। संघ कभी धरना प्रदर्शन नहीं करता, बल्कि अपने विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करता है। संघ से हमें कानाफुसी सीखना चाहिए।