महाराणा प्रताप की जयंती पर होगा अवकाश
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महाराणा प्रताप ने कभी भी स्वतंत्रता से समझौता नहीं किया। वे हमारी शक्ति, सामर्थ्य और प्रेरणा के स्रोत हैं। पृथ्वीराज चौहान ने 18 बार विदेशी अक्रांताओं को परास्त किया था। राणा सांगा, बप्पा रावल, रानी पद्मावती, कुंवर सिंह, राणा बख्तावर सिंह, कुंवर चैन सिंह एक नहीं अनेक ऐसे शूरवीर और क्रांतिकारी भारत भूमि में हुए, जिन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दुश्मन को नेस्तनाबूद कर दिया। देश की सीमाओं की रक्षा हो या दीन-हीन और कमजोरों की अत्याचार से रक्षा, क्षत्रिय समाज ने कभी अपनी जान की परवाह नहीं की। ऐसे भाई-बहनों को मैं प्रणाम करता हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास परिसर में क्षत्रिय समागम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश के लिए जीने मरने वालों और धर्म संस्कृति की रक्षा करने वालों की छवि धूमिल करने का किसी को अधिकार नहीं है। राज्य सरकार सबके साथ-सबके विकास में विश्वास रखती है। सरकार की ओर से समाज के मान-सम्मान और प्रतिष्ठा को अक्षुण्ण रखने तथा उसमें वृद्धि के लिए हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने क्षत्रिय समागम में प्रस्तुत 21 सूत्रीय मांग पत्र के परिप्रेक्ष्य में मांगे स्वीकार करते हुए महाराणा प्रताप की जयंती पर अवकाश स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि फिल्म पद्मावती पर प्रतिबंध की मांग को लेकर हुए आंदोलनों संबंधी प्रकरण वापिस लिए जाएंगे। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास बनाने के संबंध में समाज के साथ मिल कर कार्य-योजना बनाई जाएगी। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों से कम परीक्षा शुल्क लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों और परिवारों की वंशावली आदि से छेड़छाड़ करने वालों पर कानून कार्यवाही की जाएगी। पाठ्यक्रम समिति में एक प्रतिनिधि राजपूत समाज का होगा, इतिहास को सही संदर्भ में लिखा जाएगा और पाठ्यक्रमों की गड़बड़ियों को ठीक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग के गरीब विद्यार्थियों को विशेष सहयोग देने की व्यवस्था की जाएगी। सवर्ण आयोग में एक राजपूत क्षत्रिय प्रतिनिधि आवश्यक रूप से सम्मिलित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सीडीएस स्व. श्री विपिन रावत की प्रतिमा लगाने के लिए राज्य सरकार द्वारा भूमि उपलब्ध कराई जाएगी और स्थानीय निकाय की सहायता से प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजपूत क्षत्रिय समाज के युवाओं को जरूरत पड़ने पर आर्थिक सहयोग के लिए सहकारिता विभाग द्वारा केस क्रेडिट सोसाइटी बनाई जाएगी और राज्य शासन उसमें सहयोग करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए आरक्षण में आय सीमा 8 लाख रूपये तक होगी और एमपीपीएससी की भर्ती में आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों के लिए आरक्षण की व्यवस्था होगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गौशालाओं को अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा तथा गाय के गोबर व गौमूत्र खरीदने एवं बेचने की पारदर्शी व्यवस्था उपलब्ध की जाएगी। महापुरुषों की मूर्तियाँ स्थापित करने के लिए चर्चा कर कदम उठाए जायेंगे। भोपाल स्थित मनुआभान की टेकरी पर रानी पद्मावती की मूर्ति स्थापित करने के लिए आज ही भूमि-पूजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंच से ही भूमि-पूजन की घोषणा के बाद कहा कि हम सब यहाँ से मनुआभान की टेकरी पर भूमि-पूजन के लिए प्रस्थान करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा घोषणा के साथ ही निवास से रवाना होकर मनुआभान की टेकरी पर रानी पद्मावती की प्रतिमा की स्थापना के लिये भूमि-पूजन किया गया।
कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया, उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री श्री रामपाल सिंह, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुखदेव सिंह गोगामेड़ी तथा बड़ी संख्या में समाज बन्धु उपस्थित थे।